Fascination About सफेद मूसली के लाभ



सफ़ेद मूसली की इन राज्यों में खेती की जाती है। इनमें शामिल है मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार, केरल, छत्तीसगढ़, गुजरात, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु व वेस्ट बंगाल।

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शक्कर के साथ सफेद मूसली थकान को कम करने में मदद करती है और शरीर को शक्ति प्रदान करती है।

ज्योति सोही लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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खोदने के उपरांत इसे दो कार्यों हेतु प्रयुक्त किया जाता है-

भूख को कम करे - इसके ज्यादा सेवन से भूख में कमी हो जाती है तो डॉक्टर से इसकी खुराक पूछ ले उसके बाद इसे उपयोग में ले।

हालांकि अधिकांश दुष्प्रभाव असामान्य होते हैं और उपेक्षित हो सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसे दुष्प्रभाव हैं जो website कभी-कभी मेडिकल ध्यान देने की जरूरत दे सकते हैं।

किसी औषधि के फायदे हैं तो उसके नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए सफेद मूसली का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। डॉक्टर से मशवरा लिए बिना सफेद मूसली का सेवन करना हानिकारक साबित हो सकता है। इससे पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ता है, कब्ज की परेशानी होती है, भूख मरने लगती है। इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए यह कफ परेशानी को बढ़ा सकता है। साथ ही इसके कारण त्वचा संबंधी समस्या भी हो सकती है।

हां, इसका उपयोग दूध के साथ खाली पेट कर सकते हैं, लेकिन पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें।

हां, सफेद मूसली चूर्ण को दूध के साथ ले सकते हैं।

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